उत्तराखंड ऊर्जा कामगार संगठन में अवर अभियंता पदोन्नति परीक्षा का परिणाम न घोषित हो लेकर रोष
देहरादून- उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPCL)में सीधे तौर पर उच्च न्यायालय नैनीताल के उन आदेशों की अवहेलना की जा रही है जिसमें उच्च न्यायालय ने सीधी भर्ती और पदोन्नति प्रक्रिया एक साथ करवाने के आदेश दिए थे ।
दरअसल उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की ओर से बीते माह 12 नवंबर को तकनीशियन वर्ग से अवर अभियंता के पद पर पदोन्नति के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था । लेकिन अब एक का समय बीतने को है । लेकिन इसके बावजूद प्रबंधन की ओर से लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं किया जा रहा है। जिससे उत्तराखंड ऊर्जा कामगार संगठन में रोष बढ़ता जा रहा है ।
उत्तराखंड ऊर्जा कामगार संगठन के कार्यवाहक अध्यक्ष दीपक बेनीवाल के मुताबिक प्रबंधन जानबूझकर पदोन्नति के लिए लीदल गई लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं कर रहा है । जबकि पहले ही यह पदोन्नति 10 वर्षों से लंबित चल रही है । ऐसे में अब लिखित परीक्षा कराए जाने के बावजूद परीक्षा का परिणाम न घोषित किए जाने के चलते प्रत्येक माह अनेक कर्मचारी पदोन्नति की बाट जोहते- जोहते सेवानिवृत होंते जा रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ प्रबंधन सीधी भर्ती वाले अवर अभियंताओं के अभिलेख सत्यापन 14 दिसंबर से शुरू कर रहा है। जिससे 12 नवंबर को हुई पदोन्नति की लिखित परीक्षा का परिणाम न घोषित करने पर कर्मचारियों में आक्रोश उत्पन्न हो रहा है।
ऐसे में अब उत्तराखंड ऊर्जा कामगार संगठन की ओर से सीधे तौर पर यह चेतावनी दे दी गई है कि यदि प्रबंधन द्वारा 01 सप्ताह के अंदर अवर अभियंता पदोन्नति का परिणाम घोषित नहीं किया गया तो संगठन उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा।