
Uttarakhand
देहरादून – एक तरफ जहां प्रदेश में डेंगू के मरीजों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है । तो वहीं दूसरी तरफ कुछ निजी अस्पताल और लैब संचालक डेंगू मरीजों की प्लेटलेट्स की जांच में बड़ा खेल कर रहे है। दरअसल इस तरह की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं कि शहर के कुछ निजी अस्पताल और लैब डेंगू मरीज की प्लेटलेट्स कम बता कर उनके साथ धोखाधड़ी कर रहे है ।
ऐसे में जिलाधिकारी सोनिका के निर्देशन पर जिला स्तरीय टीम द्वारा जनपद के निजी अस्पताल और लैब की जांच की गई । जिसमें कई अनियमितताए सामने आई । अब सीएमओ की ओर से ऐसे लैब संचालकों और निजी अस्पताल संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं । जिसके तहत तीन दिन के अंदर लिखित प्रति उत्तर साक्ष्यों सहित उपलब्ध कराने और समय के अंतर्गत संतोषजनक जवाब नहीं देने पर संबंधित निजी अस्पताल और लैब के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसके लिए संबंधित संस्थाएं स्वयं उत्तरदाई होंगे ।
इसके साथ ही टीम निरीक्षण के तहत शहर के उन आयुर्वेदिक अस्पताल संचालकों को भी नोटिस जारी किए गए हैं जो आयुर्वेद अस्पताल होने के बावजूद एलोपैथिक की प्रैक्टिस कर रहे है
गौरतलब है कि जिला स्तरीय टीम ने निरीक्षण के दौरान एक निजी पैथोलॉजी लैब द्वारा एक डेंगू के भर्ती मरीज की 51,000 प्लेटलेट्स काउंट की रिपोर्ट दी गई थी. लेकिन क्रॉस चेक करने पर मरीज की 2.73 लाख प्लेटलेट्स पाई गई । इतना ही नही एक और निजी अस्पताल की पैथोलॉजी लैब द्वारा एक डेंगू के भर्ती मरीज की 10,000 प्लेटलेट्स काउंट की रिपोर्ट दी गई थी, लेकिन सरकारी लैब से क्रोस चेक करने पर मरीज की 32,000 प्लेटलेट्स पाई गई ।
ऐसे और भी कई चौकाने वाले मामले सामने आए हैं । एक पैथोलॉजी लैब द्वारा एक डेंगू के भर्ती मरीज की 19,000 प्लेटलेट्स काउंट की रिपोर्ट दी गई थी, लेकिन सरकारी लैब से क्रॉस चेक करने पर 30,000 पाई गई। इतना ही नही एक अस्पताल की पैथोलॉजी द्वारा एक डेंगू के भर्ती मरीज की 14,000 प्लेटलेट्स काउंट की रिपोर्ट दी गई थी, लेकिन सरकारी लैब से क्रॉस चेक करने पर मरीज की प्लेटलेट्स 80,000 पाई गई ।