देहरादून- सरकारी कर्मचारी और अधिकारी किस कदर काम से बचते हैं इसका उदाहरण इन दिनों जनपद देहरादून में साफ देखने को मिल रहा है। दरअसल विधानसभा चुनाव के नतीजों के बीच चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए देहरादून जिले के अलग-अलग विभागों के 700 से अधिकारियों ने मेडिकल लीव के लिए आवेदन कर दिया है जिसकी वजह से जिला प्रशासन देहरादून की टेंशन बढ़ चुकी है ।
जानकारी के लिए बता दें विधानसभा चुनाव 2022 के लिए उत्तराखंड राज्य में आगामी 14 फरवरी को मतदान होना है। लेकिन इससे पहले ही चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए देहरादून जिले के तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों ने अलग-अलग बीमारियों जैसे अस्थमा , मधुमेह इत्यादि याशादी का बहाना बनाते हुए छुट्टी के लिए आवेदन कर दिया है । ऐसे में जिला प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि इस स्थिति में किस तरह से सकुशल तरह से चुनाव संपन्न कराया जाए ।
वहीं इस संबंध में जब हमने एडीएम देहरादून कृष्ण कुमार मिश्रा से बात की तो उनका भी साफ शब्दों में कहना था कि मेडिकल लीव के इन आवेदनों को देखकर प्रथम दृष्टया तो यही लग रहा है कि कई अधिकारी और कर्मचारी चुनाव ड्यूटी से बचना चाह रहे हैं ।
यही कारण है कि जिलाधिकारी देहरादून की ओर से देहरादून शहर के गांधी शताब्दी अस्पताल में एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है । ऐसे में यदि यह कर्मचारी और अधिकारी मेडिकल बोर्ड से वास्तविक तौर पर बीमार होने का प्रमाण लाते हैं उस आधार पर ही इन्हें मेडिकल लीव प्रदान की जाएगी ।