देहरादून- उत्तराखंड कांग्रेस में रायपुर विधानसभा सीट पर टिकट वितरण को लेकर घमासान बढ़ चुका है । दरअसल रायपुर विधानसभा सीट पर पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट की सक्रियता से 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी प्रभु लाल बहुगुणा की टेंशन बढ़ गई है। यही वजह है कि प्रभु लाल बहुगुणा के समर्थन में कई पार्षद उतर आए हैं और उन्होंने कांग्रेस हाईकमान को पत्र भेजकर प्रभु लाल बहुगुणा को ही उम्मीदवार घोषित करने की मांग की है।
वही प्रभु लाल बहुगुणा का कहना है कि 2016 में कांग्रेस विधायक रहते उमेश शर्मा काऊ ने बगावत कर कांग्रेसी संगठन को पूरी तरीके से रायपुर क्षेत्र में ध्वस्त कर दिया था । जिसके बाद पार्टी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्हें प्रत्याशी बनाया और उन्होंने कांग्रेस को मजबूत करने का काम शुरू किया। पिछले 5 सालों में उन्होंने कांग्रेस को मजबूत करने का काम किया है। लेकिन अब जिस तरीके से हीरा सिंह बिष्ट प्रचार प्रसार कर रहे हैं । उससे वह यही कहना चाहते हैं कि हीरा सिंह बिष्ट डोईवाला विधानसभा सीट से कई बार चुनाव लड़ चुके हैं,इसलिए वह वहीं से तैयारी करें।
वही हीरा सिंह बिष्ट का कहना है कि वह पिछले 5 सालों से डोईवाला विधानसभा क्षेत्र में ही तैयारी कर रहे हैं। लेकिन पार्टी हाईकमान ने सर्वे के आधार पर उन्हें रायपुर विधानसभा सीट से तैयारी करने के लिए निर्देश दिए हैं जिसका वह पालन कर रहे हैं । क्योंकि हमेशा से ही वह पार्टी के साथ खड़े रहे हैं । उन्होंने कहा कि जो लोग यह बात कह रहे हैं कि वह डोईवाला से तैयारी करें हैं वह तुच्छ मानसिकता के लोग हैं ।
कुल मिलाकर देखें तो रायपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के भीतर अब जमकर घमासान देखने को मिल रहा है। ऐसे में देखना यह होगा कि आखिर पार्टी हाईकमान हीरा सिंह बिष्ट पर ही रायपुर से दाऊ खेलती है या फिर किसी और प्रत्याशी को मैदान में उतारती है। या प्रभु लाल बहुगुणा को ही टिकट देती है। लेकिन इतना साफ है कि यदि उमेश शर्मा काऊ बीजेपी के प्रत्याशी के तौर पर सामने आते हैं और कांग्रेस से हीरा सिंह बिष्ट सामने आते हैं तो रायपुर सीट पर मुकाबला दिलचस्प जरूर होगा ।