डोईवाला– केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की इकाई एएसजी देहरादून के श्वान दस्ते का हिस्सा रहे दो श्वान फायर ब्वाय और जेंटलमैन सेवानिवृत्त हो गए। दस सालों की सेवा के बाद उन्हें सेवानिवृत्ति दी गई।
जौलीग्रांट देहरादून एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ की ओर से आयोजित कार्यक्रम में जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पिछले दस सालों से सेवा दे रहे सीआईएसएफ के दो श्वान रिटायर्ड हुए। उनकी सेवानिवृत्ति पर आयोजित कार्यक्रम में सीआईएसएफ के उप कमांडेंट वीवीएस गौतम ने बताया कि एयरपोर्ट पर पहली बार श्वान सेवानिवृत्ति पर कार्यक्रम आयोजित किया गया है। सामान्य कर्तव्यों को पूरा करने के अलावा फायर ब्वाय और जेंटलमैन ने कई मौकों पर आयोजित होने वाली मॉक अभ्यासों, दैनिक एंटी सैबोटेज चेक और वीआईपी आवागमन के दौरान अपनी काबिलियत का प्रदर्शन किया है।
एयरपोर्ट निदेशक प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि एयरपोर्ट पर श्वान दस्तों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। दोनों श्वानों फायर ब्वाय और जेंटलमैन
द्वारा सेवा और समर्पण से किए गए कार्यों की सराहना की। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर लगातार 10 सालों तक सेवा देने वाले फायरब्वाय और जेंटलमेन के कर्तव्यमुक्त होने के समय सभी भावुक हो गए। दोनों श्वानों के हैंडलर के आंखों में आंसू आ गए। लंबे समय हैंडलर के साथ रहने पर विदाई होने पर माहौल भावुक हो गया। सीआईएसएफ के उप कमांडेंट वीवीएस गौतम ने बताया कि रांची स्थित प्रशिक्षण केंद्र से छह की बुनियादी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे दो श्वान रेंबो और रेंजर को दस्ते का हिस्सा बनाया गया।