देहरादून- उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों पर 14 फरवरी को मतदान हो चुका है। अब सबकी नजरें 10 मार्च को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं। बीजेपी-कांग्रेस राज्य में जीत का दावा कर रही है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के घर भाजपा नेताओं की मुलाकात चर्चा का विषय बनी हुई है।
दरअसल, मतदान के बाद बीजेपी के बड़े नेता पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के घर पहुंच रहे हैं। जिसके सियासी गलियारे में अलग-अलग मतलब निकाले जा रहे हैं दो दिन पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने त्रिवेंद्र सिंह रावत से उनके निजी आवास पर मुलाकात की थी। वहीं, मंगलवार देर रात को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत और देहरादून मेयर सुनिल उनियाल गामा ने त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की है।
चुनाव परिणाम आने से पहले बीजेपी के बड़े नेता जिस तरह के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के घर पहुंच रहे हैं, उससे राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गईं हैं। इसके कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। उत्तराखंड की सिसायत में बीजेपी नेताओं का त्रिवेंद्र सिंह रावत से मिलना इसलिए भी चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में पार्टी ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को ज्यादा अहमियत नहीं दी और मतदान के बाद अब अचानक बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेता उनके दर पहुंच रहे हैं। हालांकि उत्तराखंड में मतदान संपन्न होने के बाद में भाजपा में उठे भितरघात के बवाल को लेकर भी तमाम नेता इस भूचाल को शांत कराने में जुटे है। साथ ही त्रिवेंद्र रावत के घर इस सियासी मुलाकात के कई मतलब निकाले जा रहे हैं हालांकि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यह भी कहा कि पिछले 5 सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड राज्य के लिए विशेष सौगातें दी है।