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पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने सीएम धामी से की यह मांग,तो वही महेंद्र भट्ट ने फैसले को बताया निराशाजनक,जानिए क्या है मामला

देहरादून-पौड़ी जनपद की रहने वाली किरण नेगी की दिल्ली में 2012 में गैंगरेप के बाद हत्या मामले में जिस तरीके से सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है,उसको लेकर उत्तराखंड में काफी निराशा है, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को निराशाजनक बता रहे हैं, साथ ही मामले में पुनर्विचार याचिका दायर करने की बात भी कर रहे हैं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मांग की है कि सरकार को इस मामले में पुनर्विचार याचिका दायर करनी चाहिए क्योंकि किरण नेगी के परिजनों की आर्थिक स्थिति सही नहीं है इसलिए सरकार को इस मामले में आगे आना चाहिए और किरण नेगी को  इंसाफ मिलना चाहिए.

 

 

इसके अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने उत्तराखंड की बेटी के साथ छावला दिल्ली में हुए जघन्य अपराध पर आये सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को स्तब्ध करने वाला बताया है । उन्होंने विश्वास दिलाया कि भाजपा, उत्तराखंड सरकार और प्रदेशवासियों की संवेदना पीड़ित परिवार के साथ है और किसी भी तरह इस प्रकरण में अन्याय नही होने दिया जाएगा । इस संबंध में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय राज्य मंत्री  किरण रिजिजू व सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करने वाली वकील से बात कर उचित कानूनी कदम उठाने की अपील भी की है ।

प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने अपने बयान में 2012 में राज्य की बेटी के साथ हुई सामूहिक बलात्कार व हत्या प्रकरण पर आये उच्चतम न्यायालय के निर्णय को समस्त पीड़ित उत्तराखंड वासियों के लिए आहत करने वाला बताया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पार्टी संगठन व सरकार पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और इस प्रकरण में भी न्याय सुनिश्चित करवाने के लिए प्रदेश सरकार केंद्रीय गृह मंत्रालय से सम्पर्क में है । इस संबंध में मुख्यमंत्री ने किरण रिजिजू व सुप्रीम कोर्ट में पैरोकार चारु खन्ना से बात की है । उन्होंने उम्मीद जताई है कि शीघ्र ही केंद्रीय गृह मंत्रालय व उनकी सुप्रीम कोर्ट की लीगल टीम मामले की गंभीरता के मद्देनजर उचित कानूनी प्रक्रिया के अनुशार आगे की अपील करेगी ।

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