देहरादून- उत्तराखण्ड एसटीएफ के हाथों बढ़ी सफलता लगी है। लगभग दो साल से फरार 5 हजार के इनामी शिक्षक को आखिरकार एसटीएफ की टीम ने उत्तर प्रदेश के गजरौला से गिरफ्तार कर लिया है ।
बता दें कि फरार आरोपी शिक्षक पर थाना रुद्रपुर जनपद ऊधम सिंह नगर में मामला दर्ज है। आरोपी शिक्षक ने 2019 में उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की सहायक अध्यापक परीक्षा में 22 लोगों को छद्म नाम से परीक्षा दिलवाई थी। इसके साथ ही चार अपराधियों को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है।
बता दें कि इस पूरे प्रकरण की पड़ताल करने के लिए सीओ एसटीएफ डा० पूर्णिमा गर्ग द्वारा निरीक्षक एम0पी0 सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। 28 फरवरी की रात्रि एसटीएफ की टीम द्वारा कोतवाली रुद्रपुर पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त कार्यवाही कर थाना रुद्रपुर के 5000/रु0 के ईनामी विजयवीर पुत्र खचेडू सिंह निवासी रजबपुर, अमरोहा को इन्द्रा चौक, गाजियाबाद, उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किया गया ।
गिरफ्तार अभियुक्त करीब 02 वर्ष से फरार चल रहा था । उसके गजरौला स्थित एक किराये के मकान में छिपकर रहने की सूचना मिलने पर एसटीएफ द्वारा यह कार्यवाही की गयी है । गौरतलब है कि अभियुक्त सरकारी जुनियर हाईस्कूल अफजलपुरलूट, रजबपुर जनपद अमरोहा में सहायक अध्यापक है । वहीं उसके द्वारा अपने लाभ के लिए वर्ष 2019 में उत्तराखण्ड अधीनस्थ चयन आयोग द्वारा आयोजित सहायक अध्यापक एल0टी0 व कनिष्क सहायक डाटा एण्ट्री आपरेटर की लिखित प्रतियोगी परीक्षा में सुनियोजित षडयन्त्र के तहत जनपद उ0सिं0नगर में 22 अभ्यर्थियों को छदम् अभ्यर्थियों के माध्यम से परीक्षा दिलवाई गयी। गड़बड़ी सामने आने पर आयोग द्वारा इस सम्बन्ध में थाना रुद्रपुर में आपराधिक मुकदमा दर्ज कराया गया ।
एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि वर्ष की शुरुआत में उत्तराखण्ड एसटीएफ अब तक कुल 05 ईनामी अपराधियों को जेल भेज चुकी है। वर्ष 2019 में ईनामी विजयवीर और उसके एक साथी के खिलाफ थाना रुद्रपुर में धोखाधड़ी व फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज हुआ था । जो तभी से फरार चल रहा था। उस पर 5000रु. का ईनाम घोषित किया गया था । जिसे गजरौला जनपद अमरोहा, उ0प्र0 से गिरफ्तार कर लिया गया है। वही इस शिक्षक की उम्र 56 वर्ष है।