देहरादून – सरकारी बैठकों में चल रहे गुलदस्ते और चाय के चलन को मुख्य सचिव सुखबीर सिंह संधू के आदेश ने खारिज कर दिया है अक्सर देखने को मिल रहा था कि सरकारी बैठकों में चाय और बुके देने की परंपरा पहले से चली आ रही है जिसके चलते सुखबीर सिंह संधू ने इस परंपरा को खत्म करने के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं।
जिला प्रशासन हो या फिर शासन की बैठकों में चाय और बुके देने की परंपरा को बंद कर नए कायदे लागू किए जाएंगे साथ साथ मुख्य सचिव संधू ने अधिकारियों की हिलाहवाली और आधी अधूरी तैयारियों से बैठक में आने के सिलसिले पर भी रोक लगा दी है साथ ही साथ चाय और बुके जैसी परंपराओं पर रोक लगाते हुए मुख्य सचिव की ओर से कहा गया है की यह केवल फिजूलखर्ची है और समय की भी बर्बादी है।
मुख्य सचिव संधू के मुताबिक बताया गया कि बैठक के आयोजक विभाग की ओर से पहले से तैयारियां नहीं की जाती है मुख्य अतिथि, अध्यक्ष एवं अन्य प्रतिभागियों को बुके भेंट करने एवं स्वागत करने में काफी समय बर्बाद किया जाता है साथ ही साथ समय अवधि में एजेंडे के हिसाब से बिंदुवार बातचीत पूरी नहीं हो पाती है। जिसके चलते बैठक की पहले से पूरी तैयारियां न होना और बैठक में बुके भेंट करने या स्वागत करने की लंबी प्रक्रिया में समय बर्बाद हो रहा था जिसके बाद मुख्य सचिव सुखबीर सिंह संधू की ओर से सभी जनपदों एवं शासन के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं।