देश के अन्य राज्यों की तर्ज पर पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड में भी दिन पर दिन तापमान में अच्छी खासी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है । यही कारण है कि ऊर्जा प्रदेश होने के बावजूद प्रदेश में दिन पर दिन विद्युत संकट गहराता जा रहा है ।
स्थिति कुछ यह है भीषण गर्मी के चलते प्रदेश में बिजली की मांग में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है। जिसे देखते हुए विद्युत आपूर्ति सुचारू बनाए रखने के लिए ऊर्जा निगम (UPCL ) को राष्ट्रीय एक्सचेंज से महंगे दामों में बिजली खरीदनी पड़ रही है ।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय एक्सचेंज से महंगे दामों में बिजली खरीदने के चलते ऊर्जा निगम की वित्तीय स्थिति पर अब अतिरिक्त भार पड़ने लगा है । जिसे देखते हुए अब ऊर्जा निगम की ओर से उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग (UERC) में विद्युत दरों में बढ़ोतरी को लेकर याचिका दायर की गई है । इस स्थिति में यदि प्रदेश में विद्युत दरें बढ़ा दी जाती है तो इससे सीधे तौर पर आम जनता के बजट पर असर पड़ेगा । वहीं अगर विद्युत दरों में उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग की ओर से कोई बढ़ोतरी नहीं की जाती तो प्रदेशवासियों को सीधे तौर पर जबरदस्त विद्युत कटौती का सामना करना पड़ेगा ।