देहरादून- उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा की व्यवस्था किसी से छुपी नही है पटरी से उतरी चारधाम की समस्त व्यवस्थाओ को सही करने के लिए सरकार और प्रशासन के पसीने छुटे हुए है। पिछले 10 दिनों में अब तक 30 लोगो की मौत ने सरकार की तैयारियों पर एक तरह जहाँ पानी फेरने का काम किया है वही सरकार ने चारधामो में VIP की एंट्री बेन कर केबिनेट मंत्री धनसिंह रावत और सुबोध उनियाल को जिम्मेदारी दी गयी है इतना ही राज्य सरकार के हाथ से खिसकती तमाम कोशिशों के बीच अब धामो में NDRF और ITBP के जवानों को तैनात कर दिया गया है।
चारधाम यात्रा को लेकर समय समय पर मोनिटरिंग कर रहे उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू को गुस्सा तब आया जब केदारनाथ में निर्धारित संख्या से ज्यादा यात्रियों को भेजने की बात सामने आई। मुख्य सचिव संधू ने अधिकारियों को जल्द से जल्द सभी व्यवस्थाओ को सुधारने के लिए निर्देश दिए। इसके अलावा मुख्य सचिव ने यात्रा की इंतजाम को लेकर नाराजगी जाहिर की।
चारधाम की व्यवस्थाओ को लेकर आज मुख्य सचिव ने पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की जिसमे स्वास्थ्य सेवा और यात्रियों के लिए ठहरने के लिए बेहतर प्रबंध करने के आदेश दिए। गंगोत्री-यमनोत्री केदारनाथ और बद्रीनाथ में यात्रियों की संख्या निर्धारित करदी गई है साथ ही चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया गया है।