Uttarakhand
देहरादून – उत्तराखंड विधानसभा में दिग्गज नेताओं के चहेतों को बैकडोर नियुक्ति देने के मामले में अब पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने भी धामी सरकार में मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है ।
हरक सिंह रावत ने अपना उद्धारण पेश करते हुए कहा कि जब साल 2003 में जेनी प्रकरण मामले में उन पर गंभीर आरोप लगे थे । तब उन्होंने खुद ही अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था । लेकिन अब जब बड़े पैमाने पर विधानसभा में दिग्गज नेताओं के चहेतों और रिश्तेदारों को बैकडोर नियुक्तियां देने की बात खुल चुकी है । इस स्थिति में मामले की निष्पक्ष जांच हो सके इस लिहाज से मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल को अपने मंत्री पद से तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। वहीं अगर प्रेमचंद्र अग्रवाल खुद इस्तीफा नहीं देते तो बीजेपी हाईकमान को जल्द से जल्द उन्हें मंत्री पद से हटा देना चाहिए ।
पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने साफ कहा कि नैतिकता के आधार पर प्रेमचंद्र अग्रवाल को इस्तीफा दे देना चाहिए