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UKSSSC भर्ती मामले में अब तक की सबसे बड़ी गिरफ्तारी,पकड़े गए बड़े आरोपी

देहरादून/लखनऊ – वर्ष 2021 में उत्तराखण्ड राज्य में आयोजित SSSC-2021 परीक्षा का पेपर लीक कराने वाले मास्टर माइण्ड/अन्तर्राज्यीय गैंग का सरगना व 2 लाख का पुरस्कार घोषित सैयद सादिक मूसा एवं 1,00,000/- का पुरस्कार घोषित योगेश्वर राव गिरफ्तार। यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है।

दिनांक 15-09-2022 को एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को उत्तराखण्ड राज्य की SSSC-2021 परीक्षा का पेपर लीक होने के सम्बन्ध में थाना रायपुर, जनपद देहरादून में पंजीकृत मु0अ0सं0 289/2022 धारा 420, 467, 468, 471, 34 भादवि व 3,4,5,9,10 उ0प्र0 सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनो की रोकथाम) अधिनियम-1988 व मु0अ0सं0 362/2022 धारा 2/3 गैगेस्टर एक्ट में वांछित रू0 2,00,000/- का पुरस्कार घोषित अभियुक्त सैयद सादिक मूसा व रू0 1,00,000/- का पुरस्कार घोषित योगेष्वर राव को लखनऊ गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।

गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण
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1. सैयद सादिक मूसा पुत्र सैयद हुसैन मुसा नि0 अब्दुल्लापुर सहजादपुर, थाना अकबरपुर,
अम्बेडकरनगर। मूलपता ग्राम बड़ागॉव शाहगंज, थाना-शाहगंज, जौनपुर।

2. योगेश्वर राव उर्फ राजू पुत्र राम जनम राव नि0 सहाबुद्दीनपुर, भड़सर, थाना-बिरनो, गाजीपुर। हाल
पता बी-2487 जैन मन्दिर के पास बी-ब्लाक इन्दिरानगर, थाना इन्दिरानगर, लखनऊ।

बरामदगीः
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1. रू0 2,800/- नगद।

गिरफ्तारी का स्थान, दिनांक व समय
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पालिटेक्निक चौराहे से पूर्व बांसमण्डी के पास थाना क्षेत्र विभूतिखण्ड, गोमतीनगर, लखनऊ दिनांक 15-09-2022 समय 16.05 बजे।

दिनांक 04/05-12-2021 को उत्तराखण्ड राज्य में आयोजित SSSC-2021 की लिखित परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा से पूर्व ही पेपर लीक कराकर अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया गया, जिससे परीक्षा की शुचिता भंग करते हुए अवैध लाभ प्राप्त किया गया। जिसके सम्बन्ध में थाना रायपुर, जनपद देहरादून में पंजीकृत मु0अ0सं0 289/2022 धारा 420, 467, 468, 471, 34 भादवि व 3,4,5,9,10 उ0प्र0 सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनो की रोकथाम) अधिनियम-1988 व मु0अ0सं0 362/2022 धारा 2/3 गैगेस्टर एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया।

पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड द्वारा उक्त गैंग के सरगना सैयद सादिक मूसा के गिरफ्तारी हेतु रू0 2,00,000/ व इस गैग के सक्रिय सदस्य योगेष्वर राव के गिरफ्तारी हेतु रू0 1,00,000/- का पुरस्कार घोषित किया गया था। उपरोक्त वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा एसटीएफ उ0प्र0 से आवष्यक/अपेक्षित सहयोग की अपेक्षा की गयी। इसी क्रम में श्री अमिताभ यश , अपर पुलिस महानिदेशक, एस0टी0एफ0 उत्तर प्रदेश द्वारा यथोचित दिशा-निर्देश दिये गये। जिसके अनुपालन में श्री विशाल विक्रम सिंह, प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ उ0प्र0 के नेतृत्व/पर्यवेक्षण में अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी।
अभिसूचना संकलन के दौरान विश्वस्त सूत्रो से आज दिनांक 15-09-2022 को सूचना प्राप्त हुई कि उत्तराखण्ड राज्य में पेपर लीक कराने वाले गैग का सरगना व उसका साथी पालिटेक्निक चौराहे के पास किसी से मिलने आने वाले है। इस सूचना पर उ0नि0 विनय कुमार सिंह के नेतृत्व में उ0नि0 मनोज सिंह, मु0आ0 रमेश चन्द्र उपाध्याय, सुधीर सिंह, आरक्षी अमित कुमार, सत्यप्रकाश वर्मा की टीम द्वारा वांछित अभियुक्तो को पालिटेक्निक चौराहे के पास से आवष्यक बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया गया।

पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वर्ष-2021 में उत्तराखण्ड राज्य में आयोजित SSSC-2021 की लिखित परीक्षा का प्रश्नपत्र इन्जीनियरिंग कालेज चौराहे पर स्थित आरएमएस सल्यूशन कम्पनी लखनऊ द्वारा मुद्रित किया जा रहा था। जिसकी जानकारी हम लोगों को कम्पनी में कार्य कर रहे कासान शेख द्वारा मिली। कासान ने यह भी बताया गया कि उपरोक्त परीक्षा 04/05-12-2021 को आयोजित होगी। इस परीक्षा का पेपर मैं आप लोगों को उपलब्ध करा दूॅगा, जिसके एवज में प्रत्येक व्यक्ति 08 लाख रूपये लॅूगा। जिस पर हम लोगों ने यह सौदा तय कर लिया। दिनांक 05-12-2021 को द्वितीय पाली में होने वाली उक्त परीक्षा का पेपर कासान ने दिनांक 03-12-2021 को इंजीनियरिंग चौराहे के पास स्थित गौशाला के सामने हम लोगो को दिया। हम लोगो ने पेपर मिलने की जानकारी शशिकांत सिंह निवासी उत्तराखण्ड व केन्द्रपाल सिंह निवासी धामपुर बिजनौर को दिया तथा केन्द्रपाल सिंह को हल्द्वानी (उत्तराखण्ड) पहुॅचने हेतु भी कहा गया। जिसके बाद हम लोग अपने अपने साधनों से फिरोज व सम्पन्न राव के साथ दिनांक 04-12-2021 को हल्द्वानी पहुॅचे। जहॉ बृजपाल हास्पिटल के पास एक होटल में योगेश्वर राव के नाम से दो कमरे बुक किया गया वही पर हम लोगों की मुलाकात शशिकान्त व केन्द्रपाल सिंह से हुई। जिसके बाद इन दोनों से प्रति अभ्यर्थी रू0 10 लाख लेने की बात तय कर प्रश्नपत्र उनको देकर वापस आ गये। परीक्षा के बाद शषिकान्त ने योगेष्वर राव को रू0 20 लाख रूपये दिया तथा शेष पैसे बाद में देने का वादा किया था। प्राप्त पैसा योगेष्वर राव द्वारा कासान शेख को दे दिया गया।

पुनः पूछताछ पर बताया कि परीक्षा सम्पन्न होने के बाद वर्ष-2022 में उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव था, जिस कारण आचार संहिता लागू हो गयी थी। चुनाव सम्पन्न होने के बाद परीक्षा का परिणाम जारी हुआ था। परीक्षा परिणाम जारी होने के उपरान्त आयोग द्वारा अभ्यर्थियों की स्क्रीनिग में लगभग 100 अभ्यर्थी संदिग्ध पाये गये, जिसके आधार पर आयोग द्वारा जांच बैठा दी गयी। जॉच के दौरान अनियमितता पाये जाने पर परीक्षा के सम्बन्ध में थाना रायपुर, देहरादून में अभियोग पंजीकृत हुआ। हम लोगों का नाम प्रकाष में आने की जानकारी हमें सोशल मीडिया के माध्यम से हुई। साथ ही यह भी जानकारी हुई कि हम लोगों के गिरफ्तारी हेतु पुरस्कार घोषित हो गया है, गिरफ्तारी से बचने हेतु हम लोग विभिन्न स्थानों पर छिपकर रह रहे थे।
उपरोक्त दोनों अभियुक्तों को एसटीएफ उत्तराखण्ड को विधिक कार्यवाही हेतु सुपुर्द किया गया। अग्रिम विधिक कार्यवाही उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा की जायेगी।

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