देहरादून
उत्तराखंड ब्यूरोक्रेसी से जुड़ी हुई आज की बड़ी खबर।
उत्तराखंड के भ्रष्ट अधिकारियों पर चल रहा विजिलेंस का चाबुक।
पूर्व आईएएस रामविलास यादव को जेल भेजने के बाद फारेस्ट डिपार्टमेंट के बड़े अधिकारियों पर चलेगा विजिलेंस का शिकंजा।
भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस ने शासन को भेजी अपनी रिपोर्ट।
जल्द शासन की ओर से भ्रष्ट अधिकारियों पर हो सकती है बड़ी कार्यवाही।
फारेस्ट डिपार्टमेंट के बड़े अधिकारी जेएस सुहाग और किशन चंद पर भ्रष्टाचार और अनियमितताएं के मामले के चलते दोनों को किया गया था सस्पेंड।
विजिलेंस की ओर से शिकंजा कसने की की जा रही है तैयारी बढ़ सकती है दोनों वरिष्ठ वन अधिकारियों की मुश्किलें।
भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए धामी सरकार की ओर से अब तक कई अधिकारियों पर गिराई जा चुकी है गाज।
पूर्व आईएएस रामविलास यादव को जेल भेजा गया वही फॉरेस्ट विभाग के सीनियर ऑफिसर जेएस सुहाग और किशन चंद पर जल्द कसा जायेगा विजिलेंस का शिकंजा।
विजिलेंस के डायरेक्टर अमित कुमार सिन्हा ने बताया कि फारेस्ट अधिकारियों के ऊपर लगे वित्तीय अनियमितता भ्रष्टाचार के तमाम मामलों में विजिलेंस के द्वारा जांच की जा रही थी जिसके बाद शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है साथ ही साथ शासन की ओर से जो भी दिशा निर्देश होंगे उसका पालन कराया जाएगा लेकिन भ्रष्ट और तमाम मामलों में फंसे अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
साथ ही अमित सिन्हा ने बताया कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में रामविलास यादव पहले ही जेल जा चुके हैं लेकिन उनकी पत्नी के द्वारा अभी तक कोई भी जांच में सहयोग नहीं कराया जा रहा है हालांकि धामी सरकार के भ्रष्टाचार मुक्त फैसले को लेकर तमाम अधिकारियों पर कार्यवाही की गई थी लेकिन अब फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों पर भी गाज गिरना लाजमी है।