चाय की दुकान से कैसे एक 27 वर्षीय युवक बना करोड़पति, यह है ‘Chai Sutta Bar ‘ की कहानी
Uttarakhand
जिंदगी में कुछ निर्णय दूसरों की नहीं, बल्कि अपने दिल की सुन कर लेने चाहिए ! कुछ ऐसी ही कहानी है मूल रूप से मध्य प्रदेश के रहने वाले अनुभव दुबे की । जिनकी उम्र तो महज 27 वर्ष है । लेकिन आज वह देश और दुनिया में एक यंग एंटरप्रेन्योर के तौर पर अपनी पहचान रखते हैं। 27 वर्षीय अनुभव की कंपनी आज साल भर में 10 करोड़ से ज्यादा का टर्नओवर दे रही है।
कौन है अनुभव दुबे ?
अनुभव दुबे वह नाम है जिन्होंने आज से 4 साल पहले अपने दिल की सुनते हुए छोटी सी उम्र में अपने दोस्त के साथ इंदौर में एक चाय की दुकान शुरू की । अनुभव बताते हैं कि उस दौरान पैसों की किल्लत थी ऐसे में किसी तरह उन्होंने मात्र 3 लाख के इन्वेस्टमेंट से अपनी चाय की दुकान शुरू की । जैसे-जसे उनकी चाय का स्वाद लोगों की जुबान पर चढ़ने लगा तो उन्होंने अपनी इस चाय की छोटी सी दुकान को नाम दे डाला ‘Chai Sutta bar’ । अब तो आप समझ ही गए होंगे कि अनुभव दुबे कौन हैं ? जी हां अनुभव दुबे ही हैं जिन्होंने चाय सुट्टा बार की शुरुआत की है । चाय के शौकीनों के लिए चाय सुट्टा बार के आउटलेट आज सिर्फ भारत के अलग-अलग शहरों में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हैं ।
Janpkshtimes.com से बात करते हुए यंग एंटरप्रेन्योर अनुभव दुबे ने बताया कि पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड में ‘Chai Sutta bar’ के 25 से ज्यादा आउटलेट हैं । उत्तराखंड के लोगों से भी उनके इस चाय के आउटलेट को काफी ज्यादा प्यार मिल रहा है । इसके अलावा अगर पूरे भारत की बात करें तो भारत में वर्तमान में चाय सुट्टा बार के 300 से ज्यादा आउटलेट हैं । इस तरह इस 4 साल के सफर में chai sutta bar एक साल में 10 करोड़ का टर्नओवर देने वाली कंपनी बन चुकी है । जिसके आउटलेट दुबई, ओमान, नेपाल जैसे देशों में भी हैं। वहीं जल्द ही एक आउटलेट लंदन में भी शुरू होने जा रहा है।
चाय की दुकान ने अनुभव दुबे को कैसे बना दिया करोड़पति ?
हमारे सवाल का जवाब देते हुए अनुभव बताते हैं कि यह बिल्कुल एक वाजिब सवाल है लेकिन इस सवाल के जवाब के साथ में यंग एंटरप्रेन्योर को एक सुझाव भी देना चाहता हूं । यदि आप कोई बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं तो उस बिजनेस में कुछ अलग अपना इनोवेटिव आइडिया जरूर डालें । क्योंकि कंपटीशन की इस दुनिया में आप जिस सामान को बेचना चाह रहे हैं उसमें कुछ अलग नहीं होगा तो उसे पिछाड़ने के लिए बाजार में 10 वैसे सामान उपलब्ध हैं।
जब मिट्टी के कुल्हड़ की चाय का स्वाद लोगों की जुबान पर चढ़ने लगा
अनुभव बताते हैं कि भारत एक ऐसा देश है जहां चाय की दुकान और चाय के शौकीनों की कोई कमी नहीं है। वहीं उन्होंने भी एक चाय के स्टॉल से ही शुरुआत की थी । लेकिन बाजार में मिलने वाली चाय और उनकी चाय में सबसे बड़ा अंतर यह है कि उनकी चाय मिट्टी के कुल्हड़ में दी जाती है । ऐसे में इस दौर में जब लोग महंगे चीनी मिट्टी के प्यालों में चाय की चुस्कियां लेना पसंद करते हैं । अब उन्हे मिट्टी के कुल्हड़ में चाय का स्वाद चखने को मिला तो यह उन्हें काफी पसंद आ रहा है ।
इतना ही नहीं इन छोटे-छोटे मिट्टी के कुल्हड़ो में चाय बेचकर आज न सिर्फ वह करोड़पति बन चुके हैं । बल्कि इससे उन हजारों परिवारों को भी सहारा मिला है जिनकी आजीविका मिट्टी के कुल्हड़ तैयार कर चलती है। इसके साथ ही उनकी चाय के स्वाद से विदेशों में भी लोग मिट्टी के कुल्हड़ के माध्यम से भारत की मिट्टी को चूम रहे हैं ।
उत्तराखंड के यंग एंटरप्रेन्योर को अनुभव ने दिए प्रोत्साहन चेक
अनुभव बताते हैं कि अपने दम पर कोई भी बिजनेस शुरू करना किसी युवा के लिए बहुत बड़ी चुनौती होती है इस बात को भी बखूबी समझते हैं यही कारण है कि उन्होंने उत्तराखंड के 10 यंग एंटरप्रेन्योर्स को प्रोत्साहन राशि के तौर पर 11 हजार रुपए देने का फैसला लिया है । अनुभव कहते हैं कि यह रकम बहुत बड़ी तो नहीं है लेकिन यह एक छोटा सा सहयोग है जो अपनी ओर से उत्तराखंड के यंग एंटरप्रेन्योर्स को दे रहे हैं।