
देहरादून – उत्तराखंड में 3 मई से शुरू हुई चार धाम यात्रा की सभी व्यवस्थाए पटरी से उतरी चुकी है सरकार और प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती चार धाम यात्रा की बदहाल व्यवस्था को व्यवस्थित करके अच्छे यात्रा का संचालन कराना है एक तरफ जहां राज्य सरकार और शासन के सामने चार धाम यात्रा को सकुशल संपन्न कराना चुनौती है तो वही 3 मई से चार धाम यात्रा के दौरान होने वाली मौत का आंकड़ा भी थमने का नाम नहीं ले रहा है आलम यह है कि पिछले 14 दिनों में अब तक 44 लोगों की जान जा चुकी है।
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा की शुरुआत इस बार बड़े पैमाने पर तो हुई लेकिन पिछले 14 दिनों में 44 लोगों की जान चली गई है इतना ही नहीं गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ बद्रीनाथ धाम समेत चारों धामों में अब तक 44 लोगों ने दम तोड़ा है। यात्रा के दौरान लगातार हो रही यात्रियों की मौत का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है जिसके चलते सरकार के सामने चुनौती बनी हुई है हालांकि चार धाम की तमाम व्यवस्थाओं को व्यवस्थित करने के लिए राज्य सरकार तमाम कोशिशों में लगी है लेकिन लगातार हो रही मौतों ने सरकार के सामने चुनौती लाकर खड़ी कर दी है।
जानिए किस जगह हुई कितनी मौतें
चारधाम यात्रा के दौरान नही थम रहा मौतों का सिलसिला।
अब तक 44 यात्री तोड़ चुके है अपना दम।
गंगोत्री धाम की यात्रा में 04 श्रद्धालू।
यमुनोत्री धाम की यात्रा में 14 श्रद्धालू।
केदारनाथ धाम की यात्रा में 18 श्रद्धालू।
बद्रीनाथ धाम की यात्रा में 08 श्रद्धालू गवा चुके है अपनी जान।