देहरादून– अपनी अपनी पार्टी के जीत का दावा करने वाले दो भाजपा- कांग्रेस के सेनापति ढेर तो जरूर हुए लेकिन अंततः भाजपा के एक सेनापति पुष्कर सिंह धामी अपनी पार्टी को विजय बनाने में सफल जरूर हुए उत्तराखंड में आज मतगणना के दिन तमाम पार्टी के दिग्गजों ने अपने नाम जीत दर्ज की लेकिन सूबे के मुख्यमंत्री और भाजपा के सेनापति पुष्कर सिंह धामी अपनी जीत देखते देखते रह गए आलम यह रहा कि जब पूरे प्रदेश भर में भाजपा के तमाम दिग्गज नेता जीत रहे थे तब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने खटीमा विधानसभा क्षेत्र से संकट से गुजर रहे थे लेकिन सेनापति पुष्कर सिंह धामी ने अपनी हार तो जरूर मानी लेकिन पार्टी को एक बार फिर से प्रचंड बहुमत के दरवाजे पर लाकर खड़ा कर दिया।
अब बात कर लेते हैं कांग्रेस के सेनापति और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की। लाख दावे थे कि इस बार कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है लेकिन सभी दावे सुबह 8:00 बजे के बाद में फेल होते नजर आए एक तरफ जहां कांग्रेस के वरिष्ठ और दिग्गज नेता हरीश रावत को हार का झटका मिला तो वहीं कांग्रेस भी 20 का आंकड़ा नही छू पाई इससे साफ संकेत है कि उत्तराखंड की जनता अभी मोदी मैजिक के रंग में है लेकिन आज मतगणना के परिणाम के बाद माना जा रहा है की भाजपा से प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तो जरूर हारे हैं लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत से प्रदेश में प्रचंड बहुमत की सरकार लाने में वह सफल जरूर हुए हैं लेकिन लंबे समय से कांग्रेस की सरकार को उत्तराखंड में लाने के लिए हरीश रावत 2017 की तरह 2022 में भी फेल सेनापति साबित हुए हैं।