उत्तराखंडबड़ी खबरराजनीतिसामाजिकस्वास्थ्य

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अलर्ट मोड में उत्तराखंड सरकार , सीएम धामी ने जारी किए यह दिशा-निर्देश

देहरादून- देश के साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और कोविड के नए वैरिएंट ‘ओमिक्रोन‘ के सम्भावित खतरे को देखते हुए आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत की मौजूदगी में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों और जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान सीएम धामी की ओर से जिम्मेदार अधिकारियों को कोविड की रोकथाम को लेकर कई दिशा निर्देश जारी किए ।

 

जहां बैठक के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक तरफ प्रदेश में कोविड सैम्पलिंग को बढ़ाने और कान्टैक्ट ट्रेसिंग को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए । तो वहीं दूसरी तरफ कोविड वेक्सिनेशन के लिए ‘हर घर दस्तक’ अभियान  को पूरी क्षमता के साथ चलाने के भी निर्देश दिए । जिससे कि प्रदेशवासी समय पर कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाना सुनिश्चित कर सकें।

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए यह दिशा-निर्देश भी सीएम धामी की ओर से जारी किए गए- 

– अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के संबंध में केंद्र द्वारा जारी एडवायजरी का सख्ती से पालन किया जाए ।

– सभी कोरोना योद्धाओं के आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य रूप से किये जाएं ।

– कोरोना के लक्षण होने पर अनिवार्य रूप से आरटीपीसीआर टेस्ट किये जाएं ।

– लोगों को कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर के लिए प्रेरित किया जाए । अधिक भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाए।

– भीड़-भाड़ वाले स्थानों और राज्य की सीमाओं पर रेडम टेस्ट किए जाएं ।

– कोविड की पहली और दूसरी लहर के दौरान विकसित किए गए कोविड से संबंधित हेल्थ इन्फा्रस्ट्रक्चर जैसे कि आईसीयू, आक्सीजन, वेंटिलेटर आदि की जांच करवा ली जाए।

– कान्टैक्ट ट्रेसिंग सुनिश्चित की जाए

– और जरूरी लगने पर कोविड प्रबंधन से जुड़ी मेनपावर की ट्रेनिंग करवा ली जाए।

गौरतलब है कि समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कान्टैक्ट ट्रेसिंग पर सबसे अधिक बल दिया । बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों को उन्होंने निर्देशित किया कि कोविड पॉजिटिव व्यक्ति के सम्पर्क में आए सभी लोगों की आरटीपीसीआर टेस्टिंग सुनिश्चित की जाए ।साथ ही ऐसे लोगो के लिए माइक्रो कन्टेनमेंट जोन बनाए जाएं । जिसमें कोई कोताही न बरती जाए।

कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए यह है धामी सरकार की तैयारी- 

– वर्तमान में  कोविड से निपटने के लिए प्रदेश में 31 हज़ार से अधिक आईसोलेशन बैड की व्यवस्था है ।जिसमें आईसीयू बेड की संख्या 1655 है।

– तीसरी लहर की सम्भावना को देखते हुए हैल्थ सिस्टम के अंतर्गत आईसीयू में 53 प्रतिशत वृद्धि की गई है। मार्च 2020 में 116 वैंटिलेटर थे । जबकि अब प्रदेश में वेंटिलेटर की संख्या बढ़कर 1016 हो गई है।

– प्रदेश सरकार के पास 22,420 आक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था हैं। जबकि आक्सीजन कन्सेंट्रेटर मार्च 2020 में 275 थे । जो अब बढ़कर 9838 हो गये हैं।

– इसी प्रकार पीएसए आक्सीजन जनरेशन प्लांट के मामले में 91 प्रतिशत वृद्धि हुई है। इसके अलावा केविड से निपटने के लिए पर्याप्त चिकित्सकीय और पैरा मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति की गई है।

 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button