देहरादून – अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है, एसआईटी की जांच में हत्या की मोटिव साफ हो गया है। पुलकित और उसके दोनों मैनेजर सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता ने रिसॉर्ट और अपने राज दबाने के लिए अंकिता को मौत के घाट उतारा था। इसकी पुष्टि एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने एसआईटी जांच के आधार पर की है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने बताया कि अंकिता भंडारी की मारने का मुख्य उद्देश्य यही था कि रिसॉर्ट में उस पर पुलकित अनैतिक काम करने का दबाव बना रहा था। जॉब के नाम पर वीआईपी गेस्ट को स्पेशल सर्विस दी जा रही थी। जिसके लिए पुलकित ने अंकिता भंडारी को भी कहा था। अंकिता भंडारी ने ऐसा करने से साफ इंकार कर दिया था। साथ ही अंकिता भंडारी ने इसकी जानकारी अपने दोस्त पुष्प को भी दी थी। पुलकित को डर था कि अंकिता भंडारी वहां से नौकरी छोड़ने वाली है और रिसॉर्ट में हो रहे सभी अनैतिक कार्य की पोल खोल देगी। इसी वजह से पुलकित ने अपने दो मैनेजरों सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता के साथ मिलकर अंकिता का रास्ते हटा दिया, ताकि उनका राज बाहर न आ सके।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन के मुताबिक, एसआईटी को इस तरह के पुख्त सबूत मिले हैं, जिसके आधार पर यह साबित हो चुका है कि अंकिता पर गलत काम करने के लिए दवाब बनाया जा रहा था। इसके अलावा इन आरोपों को पुख्ता करने के लिए चार महत्वपूर्ण गवाहों के कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज किए हैं। ऐसे में जल्द से जल्द आरोपियों को कोर्ट से कड़ी सजा दिलाएगी।