देहरादून- उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 23 सीटों पर मिली हार के बाद अब भाजपा संगठन ने समीक्षा शुरू करदी है भाजपा संगठन की ओर से ऐसे 12 पदाधिकारियों को नियुक्त किया गया है जो अलग-अलग जनपदों में भाजपा के 23 सीटों पर हुई हार के बाद मंथन करेंगे हालांकि राज्य की 23 सीटों पर मिली हार के बाद भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भी मंथन कर हार का कारण बताया जाएगा। जिसके लिए भाजपा संगठन ने पूरी तैयारी कर ली है।
उत्तराखंड में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी की सरकार तो बन गई है लेकिन 23 सीटों पर मिली जबर्दस्त हार संगठन के लिए सवाल छोड़ कर चली गयी। भाजपा की 23 सीटों पर हुई हार को लेकर एक तरफ जहां अंदरूनी कलह और भितरघात की खबरें सामने आई जिसके बाद कई ऐसे विधायकों ने भाजपा में भितरघात होने की पुष्टि की। राज्य में एक बार फिर से भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार तो बनी लेकिन 23 सीटों पर हुई हार को लेकर भाजपा संगठन के पदाधिकारी और शीर्ष नेतृत्व ने हार का कारण टटोलना शुरू कर दिया है आखिरकार 23 सीटों पर कोई हार का कारण क्या है माना जा रहा है कि चुनाव के बाद भाजपा के कई विधायकों ने भितरघात होने की पुष्टि की। यह भी माना जा रहा है कि 23 सीटों पर हुई हार से पहले भाजपा-कांग्रेस जबरदस्त टक्कर में दिखाई दी तो वही भाजपा में भितरघात का प्रमुख कारण बना।