प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 अक्टूबर, 2022 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चिंतन शिविर को संबोधित करेंगे
चिंतन शिविर में राज्यों के गृह मंत्री और संघशासित प्रदेशों के उपराज्यपाल एवं प्रशासक भाग लेंगे
शिविर में साइबर अपराध प्रबंधन के लिए ईको-सिस्टम विकसित करने, पुलिस बलों के आधुनिकीकरण, आपराधिक न्याय प्रणाली में आई.टी. के बढ़ते उपयोग, भूमि सीमा प्रबंधन और तटीय सुरक्षा एवं आंतरिक सुरक्षा से संबंधित अन्य मुद्दों पर चिंतन होगा
वर्ष ‘2047 तक विकसित भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नारी शक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण है, चिंतन शिविर में देश में महिलाओं की सुरक्षा और उनके लिए सुरक्षित वातावरण बनाने पर विशेष बल दिया जाएगा
चिंतन शिविर का उद्देश्य उपर्युक्त क्षेत्रों में राष्ट्रीय नीति निर्माण और बेहतर योजना और समन्वय को सुगम बनाना भी है
शिविर के पहले दिन होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा, आग से सुरक्षा, शत्रु संपत्ति जैसे विषयों पर विचार-विमर्श होगा
दूसरे दिन, साइबर सुरक्षा, मादक पदार्थों की तस्करी, महिला सुरक्षा और सीमा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी
विभिन्न विषयों पर सत्रों का उद्देश्य इन मुद्दों पर राज्य सरकारों की सहभागिता को प्रोत्साहित और सुनिश्चित करना है
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली पहुंच गए है दो दिवसीय चिंतन शिविर में भाग लेंगे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी।
सभी राज्यों के गृहमंत्री और डीजीपी चिंतन शिविर में 2 दिनों के लिए रहेंगे मौजूद।
आंतरिक सुरक्षा और तमाम महत्वपूर्ण विषयों को लेकर 2 दिनों के लिए किया जा रहा है चिंतन शिविर।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार, डीआईजी लॉ एंड ऑर्डर पी. रेणुका देवी चिंतन शिविर में होंगे शामिल।