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भ्रष्टाचार पर धामी सरकार का प्रहार, इन मामलों की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित

देहरादून- उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के पास रहे विभाग सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में हुए घपले कि एक तरफ जहां जांच शुरू हो चुकी है । वही हरक सिंह रावत के दूसरे विभाग आयुष डिपार्टमेंट के अंतर्गत उत्तराखंड आयुर्वेद यूनिवर्सिटी में वित्तीय अनियमितताओं, अवैध नियुक्ति और भ्रष्टाचार के मामलों में शासन ने एक उच्च स्तरीय टीम गठित कर दी है। यह टीम आयुर्वेद विश्वविद्यालय में हुए भ्रष्टाचार और वित्तीय नेताओं की जांच करेगी। इस कमेटी में कार्मिक, ऑडिट प्रकोष्ठ और यूनानी सेवा के अफसरों को शामिल किया गया है।

कुल मिलाकर देखें तो धामी सरकार ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए ताबड़तोड़ कार्यवाही और जांच कराने के लिए निर्देश दे दिए गए हैं।

कॉर्बेट , और राजाजी पार्क में हुए वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार को लेकर धामी सरकार की ओर से निदेशक से 15 दिन में जवाब तलब किया गया है वही सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में भी घपले को लेकर उत्तराखंड शासन ने उच्च स्तरीय जांच कराने के निर्देश दे दिए हैं इतना ही नहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में हुए भ्रष्टाचार वित्तीय अनिमितताओं और अवैध नियुक्तियों को लेकर भी जांच कमेटी गठित करने के निर्देश जारी किए गए हैं इससे साफ जाहिर है की धामी सरकार परत दर परत भ्रष्टाचार में लिप्त मामलों में कार्यवाही करने के लिए तैयार है।

आपको यह भी बता दें कि साल 2017 से लेकर 2022 तक यूनिवर्सिटी में अवैध नियुक्ति और भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं जिसके बाद धामी सरकार ने एक बार फिर भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार करते हुए इस पूरे मामले में जांच बैठा दी है साथ ही साथ 15 दिन के अंदर विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से जवाब तलब किया गया है। आपको यह भी बता दें कि 2017 से 2022 तक आयुष विभाग के मंत्री के तौर पर हरक सिंह रावत रहे हैं एक तरफ जहां श्रम विभाग में सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में बड़े घपले की पुष्टि हुई है तो वहीं अब हरक सिंह रावत के दूसरे विभाग आयुष विभाग के अंतर्गत उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में हुए भ्रष्टाचार वित्तीय अनियमितताएं और अवैध नियुक्तियो पर राज्य सरकार बड़ी कार्यवाही करने जा रही है।

मुख्य बिंदु- 

हरक सिंह रावत के पूर्व के विभाग में हुए भ्रष्टाचार पर उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित।

भ्रष्टाचार पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का एक और बड़ा प्रहार।

2017 से 2022 तक के पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के आयुष विभाग के अंतर्गत उत्तराखंड आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी में अवैध नियुक्ति, वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार को लेकर उच्च स्तरीय जांच करने के लिए की गई कमेटी गठित।

शासन स्तर पर भ्रष्टाचार की शिकायत पर की गई कमेटी गठित।

कार्मिक,वित्त, ऑडिट प्रकोष्ठ और यूनानी सेवाएं समेत चार विभाग के अधिकारी कमेटी में शामिल।

2017 से 2022 तक आयुष विभाग के मंत्री रहे है हरक सिंह रावत।

उत्तराखंड आयुर्वेद यूनिवर्सिटी में भ्रष्टाचार होने के मामले में 15 दिनों के अंदर देना होगा जवाब।

भ्रष्टाचार पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से ताबड़तोड़ कार्यवाही और जांच कराने के निर्देश।

पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के आयुष विभाग के दौरान उत्तराखंड आयुर्वेद यूनिवर्सिटी में हुए अवैध नियुक्ति, वित्तीय अनिमितताओं और भ्रष्टाचार के मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित ।

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