सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस का हल्ला बोल, कार्यकर्ताओं की हुई गिरफ्तारी
देहरादून– लोकसभा और राज्यसभा के सत्र के दौरान विपक्षी सांसदों को निलंबन को लेकर पूरे देश में इंडिया गठबंधन ने विरोध प्रदर्शन किया। राजधानी देहरादून में भी प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में सैकड़ो कांग्रेसियों ने राजभवन का घिराव किया। सबसे पहले कांग्रेसी कार्यकर्ता कांग्रेस भवन में इकट्ठे हुए और यहां से रैली के रूप में राजभवन के लिए कुच किया। लेकिन बीच में हाथीबड़कला के सर्वे ऑफ इंडिया के पास पुलिस ने बेरिकेड्स लगाकर रैली को रोक दिया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई। पुलिस को रोकने के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता वहीं बैठ गए और केंद्र सरकार के विरोध जमकर नारेबाजी किया। इस अवसर पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है और ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा से बचना चाहती है वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रीतम सिंह ने इसे लोकतंत्र पर प्रहार बताया।
राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन में कांग्रेसजनों ने कहा कि लोकसभा एवं राज्यसभा में संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मसले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग कर रहे विपक्षी दलों के 143 सांसदों की अलोकतांत्रिक तरीके से की गई निलम्बन की कार्रवाई का उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस विरोध करते हुए इस कार्रवाई की कड़े शब्दों में निन्दा करती है। लोकसभा अध्यक्ष एवं राज्य सभा उपसभापति द्वारा लोकतंत्र के सभी मानकों एवं मापदण्डों पर कुठाराघात करते हुए अलोकतांत्रिकता का घिनौना चेहरा सबके सामने लाते हुए कांग्रेस पार्टी सहित सभी विपक्षी दलों के 143 सांसद, जो देश की जनता के हितों की रक्षा के लिए, जनता ने जो कर्तव्य निर्वहन की जिम्मेदारी दी है, उसके अनुसार सरकार से स्पष्टीकरण की मांग कर रहे थे, उनको संसद से निलम्बित कर दिया गया। कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान हजारो कांग्रेसी समर्थक मौजूद रहे।