देहरादून– मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की कैबिनेट में 8 मत्रियों को जगह दी गई है। पुष्कर सिंह धामी की कैबिनेट में इस बार पूर्व मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल को जगह नहीं दी गई है। ऐसे में बिशन सिंह चुफाल नाराज हैं और उन्होंने इशारों इशारों में पार्टी के कई नेताओं पर हमला भी किया है।
पिथौरागढ़ जनपद की डीडीहाट विधानसभा सीट से लगातार छठी बार चुनाव जीतने वाले बिशन सिंह चुफाल सीधे और सरल स्वभाव के नेताओं में जाने जाते हैं। बिशन सिंह चुफाल को तीरथ सिंह रावत कैबिनेट और पिछली पुष्कर सिंह कैबिनेट में कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। लेकिन इस बार पुष्कर सिंह धामी के दोबारा मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी कैबिनेट में बिशन सिंह चुफाल को जगह नहीं दी गई है । इस मामले पर बिशन सिंह चुफाल ने कहा है कि वह सीधे सरल कार्यकर्ता हैं। जिन्होंने पार्टी को अपने खून पसीने से सींचा है। पार्टी की सेवा में उन्होंने अपना घरबार तक नहीं देखा है। लेकिन अब सीधे सरल लोगों का जमाना नहीं है। सेटिंग – गेटिंग वाले लोगों का जमाना है।
बिशन सिंह चुफाल ने यहां तक कहा है कि 1996 से उनके भगत सिंह कोश्यारी से संबंध खराब है। जिसका खामियाजा उन्होंने कई बार भुगता और आज भी उसका खामियाजा भुगत रहे हैं। बिशन सिंह चुफाल ने यह तक कहा है कि वह किसी गुट में नहीं है और गुटबाजी नहीं करते हैं। अगर गुटबाजी करते होते तो शायद कैबिनेट में जगह पा चुके होते। भाजपा के सूत्र बता रहे हैं की बिशन सिंह चुफाल की डीडीहाट विधानसभा सीट से सीएम पुष्कर धामी को विधानसभा का उपचुनाव लड़ा जाएगा और बिशन सिंह चुफाल को राज्यसभा भेजा जाएगा । जिस पर बिशन सिंह चुफाल का कहना है कि पार्टी ने मुझसे ऐसी कोई बात नहीं की और ना ही वह कोई सीट छोड़ने जा रहे हैं। विधानसभा में भी विधायक की हैसियत से क्षेत्र की जनता के लिए काम करते रहेंगे ऐसे में राज्य सभा जाकर वह क्या करेंगे।
बिशन सिंह चुफाल ने कहा है कि वह पार्टी आलाकमान से मुलाकात करेंगे और इसका कारण भी पूछेंगे। बिशन सिंह चुफाल ने कहा है कि अल्मोड़ा लोकसभा संसदीय सीट से किसी भी सामान्य जाति के व्यक्ति को प्रतिदिन तो नहीं मिला है क्या यह क्षेत्रीय असंतुलन नहीं है।